UP Bal Shramik Vidya Yojana:- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना एक ऐसी योजना है जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ जी द्वारा उत्तर प्रदेश में रहने वाले ऐसे बच्चों के लिए शुरू की गई है| जो बच्चे कम उम्र में काम करते हैं बाल श्रमिक विद्या योजना के रूप में उन लोगों के लिए एक योजना शुरू की गई है| भारत में गरीबों की तादाद अमीरों से ज्यादा है ऐसे में छोटे परिवारों के बच्चे रोजगार प्राप्त करने के लिए घर से बाहर निकल जाते हैं लेकिन यह दंडनीय अपराध है। नाबालिक बच्चों से काम करवाना हमारे देश के कानून के खिलाफ है पूरी दुनिया में 12 जून को बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है|
किसी दिवस के उपलक्ष में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा अप बाल श्रमिक विद्या योजना की शुरुआत की गई है इस योजना में नाबालिक बच्चों से काम न करवाने और उन्हें विद्या प्राप्त करने का उद्देश्य बनाया गया है और जागरूकता लाई गई है| इसका लाभ श्रमिक परिवार के बच्चों को अच्छी आजीविका प्रदान करने के लिए दिया जाना है| उन्हें अच्छा खाना एवं शिक्षा दोनों उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए प्रदान की जाएगी| यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे साथ बने रहिए और हमारी इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़िए
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना 2023
नाम | बाल श्रमिक विद्या योजना |
राज्य | उत्तरप्रदेश |
अगुवाई | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी |
विभाग | श्रम विभाग |
दिवस | बाल श्रम निषेध दिवस |
लाभार्थी | बाल श्रमिक |
अधिकारिक वेबसाइट | यहाँ क्लिक करें |
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना उद्देश्य
उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक योजना का उद्देश्य छोटे और गरीब परिवारों के नाबालिक बच्चों से बाल श्रम योजना ना करवाना और उन्हें उचित शिक्षा प्रदान करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है जो बच्चे नाबालिक होते हुए भी परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण बाल श्रम करने लग जाते हैं| उन बच्चों के लिए यह योजना बहुत ही महत्वपूर्ण है वह योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं|
जिससे बालक को ₹1000 प्रति माह और बालिका को ₹1200 प्रति माह दिए जाएंगे। बाल श्रम योजना एक दंडनीय अपराध है यह हमारे कानून के विरुद्ध है की नाबालिक बच्चों से काम करवाया जाए यदि कोई ऐसा करता है तो उसको भी कानून के मुताबिक दंड दिया जाता है। योजना के अंतर्गत शिक्षा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आठवीं नौवीं एवं दसवीं कक्षा में पढ़ रहे गरीब छात्र छात्राओं को ₹6000 की आर्थिक सहायता सरकार द्वारा दी जाएगी।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना
उत्तर प्रदेश की इस योजना को बाल श्रम करने बाले बच्चो के लिए शुरू किया गया है| इस तरह 13 मंडल के 20 जिलों में इसे शुरू किया गया है. अब तक इन जिलों से 2000 बच्चों की लिस्ट बनाई गई है| जो कि बाल मजदूरी कर रहे हैं, यह आंकड़े 2011 की जनगणना लिस्ट से लिए गए हैं। योजना की शुरुआत में लिए गए इन 20 जिलों में सबसे ज्यादा बाल श्रमिक पाए गए हैं| इसीलिए इस योजना की शुरुआत इन 20 जिलों से की गई है।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना पात्रता
- उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक योजना के अंतर्गत बाल श्रम करने वाले बच्चों को शामिल किया जाएगा फिलहाल तय करके 20 जिले बाल श्रम योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं
- योजना के अंतर्गत 8 से 18 वर्ष के बच्चों को ही शामिल किया जाएगा.
- योजना के अंतर्गत जिन बच्चों के माता-पिता नहीं है या माता-पिता 2 में से कोई एक नहीं है उन बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- परिवार में जिन बच्चों के माता-पिता दिव्यांग हैं या दोनों में से कोई एक दिव्यांग हैं उन बच्चों को भी योजना के अंतर्गत प्राथमिकता दी जाएगी।
- योजना के अंतर्गत उन बच्चों को भी प्राथमिकता दी जाएगी जिनके माता-पिता किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है।
UP Bal Shramik Vidya Yojana Documents
- स्थायी निवासी प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ
कुछ महत्बपूर्ण प्रश्न
Q : यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना क्या है ?
Ans : बाल श्रम को ख़त्म करने के लिए सरकार ने इसका लाभ दिया है.
Q : यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ किसे मिलेगा ?
Ans : यूपी के उन बच्चों को जो पढ़ाई छोड़कर मजदूरी करते हैं.
Q : यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ कैसे मिलेगा ?
Ans : सरकार द्वारा लाभार्थियों का चयन किया जायेगा.