PMFBY: प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा योजना 2023
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana: बता दें कि उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है, प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा योजना(PMFBY) आवेदन करने के लिए बेहद कम समय मिलने के कारण राज्य के जो भी किसान हैं। ऑडियो इस से वंचित रह गए हैं, उन किसानों को फिर से आवेदन करने का मौका दिया जा रहा है। आपको बता दें कि फसल बीमा कराने के लिए 10 दिन का समय और बढ़ा दिया गया है इस तरह सभी किसान उत्तर प्रदेश के किसान फसल बीमा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन 10 अगस्त तक करा सकेंगे।
यूपी सरकार ने केंद्र से की थी अपील
यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के के मुताबिक राज्य की सरकारों ने भारत सरकार से प्रधानमंत्री फसल बीमा के दिनांक बढ़ाने का अनुरोध किया है। और किसानों की अनेक समस्याओं को देखते हुए केंद्र की सरकार ने इस पर अपनी स्वीकृति दे दी है, और इसके बाद अब उत्तर प्रदेश में खरीफ की फसलों के लिए फसल बीमा और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा करने के लिए 10 अगस्त तक का मौका है। आप सभी भी इस योजना का फायदा ले!
खरीफ फसल के काम के दौरान किसानों को मिला था कम समय
खरीफ की फसल के दौरान उत्तर प्रदेश की सरकारों को इस बार कम समय मिला। उत्तर प्रदेश केके किसानों का कहना है कि खरीफ फसल के दौरान कृषि कार्य करने के बीच प्रधानमंत्री फसल बीमा करने के लिए उन्हें बेहद कम समय दिया गया था। इसके साथ ही पोर्टल देरी से खुलने के कारण महा जुलाई के अंतिम सप्ताह में ही फसल बीमा करने का काम शुरू हो चुका है और ऐसे में बेहद कम की साहनी प्रधानमंत्री फसल बीमा कर सके हैं।
यूपी के अब सभी किसान ले सकेंगे लाभ
आपको बता दें कि किसानों की समस्या को देखते हुए फिर से केंद्र सरकार ने तारीख बढ़ाने की मांग की है, जिसके आधार पर इसे बढ़ाकर 10 अगस्त कर दिया गया है सभी कृषि विभाग अफसरों का मानना है कि अब शत प्रतिशत किसान फसल बीमा करा सकेंगे, देवी आपदा के दौरान होने वाले नुकसान की बीमा कंपनी भरपाई करेगी मैं आप सबके लिए बहुत खुशी की बात है।
यूपी के 9 लाख से अधिक किसानों को भेजे गए 462 करोड़
इससे पहले प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत क्षतिपूर्ति के भुगतान की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए डीजी क्लेम मॉड्यूल का शुभारम्भ किया जा चुका है. खरीफ 2022 मौसम के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सहित 6 राज्यों के किसानों को 1260.35 करोड़ क्षतिपूर्ति की धनराशि उनके बैंक खातों में फसल बीमा पोर्टल के माध्यम से भेजी गई. इसमें उत्तर प्रदेश के 903336 किसानों की 462.80 करोड़ की धनराशि भी शामिल है. यह धनराशि फसल पर कराये गये क्रॉप कटिंग प्रयोगों से प्राप्त उपज के आधार पर दी गई है.
यूपी में 2.18 लाख किसानों को बीमा कंपनी दे चुकी हैं 134.28 करोड़
उत्तर प्रदेश में मध्यावस्था में आंशिक क्षतिपूर्ति के रूप में 2.18 लाख किसानों को 134.25 करोड़ की धनराशि पहले ही बीमा कम्पनियां भुगतान कर चुकी हैं. इस प्रकार खरीफ 2022 मौसम के लिए क्षतिपूर्ति के रूप में कुल 597.05 करोड़ की धनराशि डीबीटी के जरिए सीधे किसानों के खातों में दी जा चुकी है.
आपदाओं में होने वाले नुकसान से बचाती है फसल को
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं में होने वाले फसल के नुकसान से पीड़ित किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत जनवरी 2016 में हुई थी.
यह योजना बेमौसम बारिश, सूखा और अन्य प्राकृतिक अथवा स्थानीय आपदाओं की वजह से होने वाले नुकसान से बचाती है. योजना के तहत फसल बुआई से पहले, खड़ी फसल या कटाई के 14 दिन बाद तक फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई की जाती है.
44 हजार कॉमन सर्विस सेंटर कर रहे काम
जैसे कि आप जानते हैं फसल बीमा योजना के तहत किसानों को अधिक फसल के नुकसान होने पर 72 घंटे में सूचना दी जाती है. जबकि पीएम फसल बीमा योजना के तहत 27 राज्यों और केन्द्र प्रदेशों मेला पहुंचाने के लिए केवल 18 बीमा कंपनियों 1.7 लाख बैंक शाखाएं और 44,000 कॉमन सर्विस सेंटर की सेवाएं दी जा रही है।
इस तरह किसान ले सकते हैं योजना का लाभ
यदि किसान फसल के नुकसान की भरपाई नहीं कर पा रहे हैं तो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ ले सकते हैं। और इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन करें. किसान राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल के जरिए रजिस्ट्रेशन कर आते हैं. कृषि मंत्रालय के अनुसार फसल बीमा योजना का लाभ पाने के लिए किसान अधिकारिक वेबसाइट पर 15 अगस्त 2023 तक पंजीकरण करवा सकते हैं. अन्यथा इसके बाद आपका पंजीकरण नहीं होगा.